Sports
“लगता है जैसे पूछताछ चल रही हो…” KL Rahul का IPL मालिकों पर बड़ा बयान
IPL कप्तानी के दबाव पर केएल राहुल का खुलासा — मालिकों की लगातार सवालबाज़ी खिलाड़ियों को कर देती है मानसिक रूप से थका हुआ
भारतीय क्रिकेटर केएल राहुल ने पहली बार खुलकर बताया है कि इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में कप्तानी के दौरान खिलाड़ियों को कितना मानसिक दबाव झेलना पड़ता है। एक हालिया बातचीत में राहुल ने कहा कि IPL में कप्तानी करते समय इतना दबाव महसूस होता है कि कई बार “ऐसा लगता है जैसे किसी पूछताछ कक्ष में बैठे हों।”
IPL का दबाव अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से ज़्यादा
राहुल के अनुसार, IPL में दबाव का स्तर कहीं अधिक कठिन है। उन्होंने बताया कि जब कप्तान टीम में फैसला लेते हैं—चाहे बल्लेबाज़ी क्रम बदलना हो, गेंदबाज़ चुनना हो, या रणनीति बनानी हो—उन्हें हर फैसले का जवाब टीम मालिकों को देना पड़ता है।
उनका संकेत सीधा था Lucknow Super Giants (LSG) की ओर, जहाँ उन्होंने 2024 तक कप्तानी की थी।
संजीव गोयनका का विवाद
सबसे चर्चित क्षण वह था जब 2024 के एक मैच के बाद राहुल की लखनऊ के मालिक संजिव गोयनका के साथ मैदान पर तीखी बहस कैमरों में कैद हो गई। इस घटना के बाद खिलाड़ियों और मालिकों के बीच के संबंधों पर सवाल उठने लगे।
और भी पढ़ें : Sunny Deol Net Worth 2025 कितना है जानिए उनकी कमाई करियर और लग्जरी लाइफस्टाइल की पूरी कहानी
राहुल ने अब पहली बार संकेत दिए कि ऐसी घटनाएँ खिलाड़ी की मानसिक शांति को तोड़ देती हैं और टीम के माहौल को भी प्रभावित करती हैं।
“हर मैच के बाद सवालों की बौछार…”
राहुल ने कहा:
“हर मैच के बाद मालिक पूछते हैं— आपने यह बदलाव क्यों किया? उस खिलाड़ी को मौका क्यों दिया? दूसरी टीम 200 मार गई और हम 140 भी नहीं बना पाए— क्यों?”
उन्होंने कहा कि कभी-कभी वह खुद को “जवाब देने वाली कुर्सी” पर बैठे हुए महसूस करते थे, बजाय एक कप्तान की तरह खेलने और सोचने के।

LSG से अलगाव और नई शुरुआत
2024 सीज़न के बाद LSG ने राहुल को रिलीज़ कर दिया, जिसके बाद वह Delhi Capitals की टीम में शामिल हो गए। राहुल के मुताबिक, उन्हें अब एक “हल्का, रिलैक्स्ड और सपोर्टिव” माहौल चाहिए था, जहां हर कदम पर किसी को रिपोर्ट नहीं करना पड़े।
दूसरी तरफ, गोयनका ने राहुल को “संस्कारी इंसान” बताया था, लेकिन सोशल मीडिया पर फैंस ने गोयनका की आलोचना करते हुए कहा कि मालिकों को खिलाड़ियों के साथ सार्वजनिक रूप से इस तरह बात नहीं करनी चाहिए।
IPL में बड़ा सवाल — क्या खिलाड़ी सिर्फ खिलाड़ी रह गए हैं?
राहुल के बयान ने IPL में मालिकों की बढ़ती दखलअंदाज़ी पर नई बहस छेड़ दी है। कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि IPL एक बिज़नेस मॉडल बन चुका है जहाँ खिलाड़ियों को प्रदर्शन के साथ-साथ मालिकों की अपेक्षाएँ भी ढोनी पड़ती हैं।
क्या अब वक्त आ गया है कि IPL टीमें खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी उतना ही ध्यान दें, जितना उनकी फिटनेस पर दिया जाता है?
