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क्या चिराग पासवान बनेंगे बिहार के डिप्टी CM? NDA की ऐतिहासिक बढ़त के बीच बढ़ी सियासी हलचल
LJP(RV) की दमदार जीत ने बढ़ाई चर्चा — चिराग बोले, “अगर गठबंधन को मजबूत जनादेश मिला तो हक बनता है सम्मान का”
बिहार की सत्ता एक बार फिर करवट लेती दिख रही है। चुनावी नतीजों के रुझानों ने 14 नवंबर की दोपहर तक स्पष्ट कर दिया कि NDA इस बार बेहद मजबूत स्थिति में है। लगभग 200 सीटों पर बढ़त या जीत के साथ यह जनादेश ‘ऐतिहासिक’ कहा जा रहा है। इसी बीच, सबसे ज्यादा चर्चा में है लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) — यानी LJP(RV) — और उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान।
चिराग की पार्टी ने इस बार बिहार में अप्रत्याशित प्रदर्शन किया है। NDA ने LJP(RV) को 29 सीटें दी थीं और उनमें से 20 से अधिक सीटों पर पार्टी आगे चल रही है। इससे यह सवाल एकदम स्वाभाविक हो गया है—क्या चिराग पासवान बिहार के अगले डिप्टी मुख्यमंत्री बनेंगे?
“गठबंधन में सम्मान होना चाहिए”—चिराग का पुराना बयान अब फिर चर्चा में
चुनाव से पहले जब चिराग से पूछा गया कि क्या वे डिप्टी CM पद की मांग करेंगे, तो उन्होंने कहा था—
“अगर गठबंधन को मजबूत जनादेश मिलता है, तो स्वाभाविक रूप से हमारे लिए भी अपेक्षाएं होंगी।”

यह बयान अब NDA की ऐतिहासिक बढ़त के बाद फिर सुर्खियों में है। LJP(RV) का इस तरह का प्रदर्शन न सिर्फ चिराग की स्ट्राइक रेट पर भरोसा दिखाता है, बल्कि उनकी पार्टी की बिहार में लौटती पकड़ का भी संकेत देता है।
“मेरे पास केंद्र की बड़ी जिम्मेदारी है”—डिप्टी CM पद पर चिराग का साफ जवाब
हालांकि, चिराग पासवान ने यह भी स्पष्ट किया कि वे स्वयं डिप्टी सीएम का पद नहीं लेंगे।
उन्होंने कहा—
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे केंद्र में बड़ी जिम्मेदारी दी है। मैं खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय को और मजबूत करना चाहता हूं।”
लेकिन उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि उनकी पार्टी का कोई योग्य नेता यह पद अवश्य संभालेगा, अगर NDA सत्ता में लौटती है।
LJP(RV) की वापसी—2020 की निराशा से 2025 की धमाकेदार वापसी तक
यह नतीजे LJP(RV) के लिए एक बड़ी वापसी की तरह हैं।
2020 में चिराग ने गठबंधन से अलग होकर अकेले लड़ने का फैसला किया था।
उस चुनाव में पार्टी ने 130 से ज्यादा सीटों पर लड़कर केवल एक सीट जीती थी।
इस बार जब NDA ने उन्हें 29 सीटें दीं तो कई सहयोगी दल खुश नहीं थे।
लेकिन चिराग ने जो प्रदर्शन किया है, उसने यह साबित कर दिया कि LJP(RV) को कम आंकना बड़ी भूल होती।
चिराग और मोदी—राजनीति में अनोखी दोस्ती
चाहे वे NDA में हों या बाहर, चिराग पासवान ने हमेशा एक बात दोहराई—
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरे नेता हैं।”
2020 में उनका विवाद मुख्य रूप से नीतीश कुमार से था, जिसे वे अपने पिता रामविलास पासवान के दौर की वैचारिक टकराहट बताते रहे हैं।
लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में तस्वीर बदल गई।
चिराग NDA में लौटे, जीतकर सांसद बने और केंद्र में मंत्री भी।
इस बार के विधानसभा नतीजों ने उनके राजनीतिक कद को और भी बड़ा कर दिया है।

क्या चिराग 2030 में आएंगे बिहार की राजनीति में?
एक इंटरव्यू में चिराग से पूछा गया कि क्या वे कभी बिहार की राजनीति में पूरा समय देंगे।
उनका जवाब था—
“2030 तक बिहार की राजनीति में मेरी सक्रिय भूमिका तय है।”
यह टिप्पणी अब नए सिरे से चर्चा में है, क्योंकि LJP(RV) के पास अब राज्य की सत्ता संरचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का मौका है।
नतीजे साफ—LJP(RV) है नई सियासी ताकत
NDA की बढ़त और LJP(RV) के प्रदर्शन ने बिहार के राजनीतिक समीकरण बदल दिए हैं।
नीतीश कुमार 9वीं बार मुख्यमंत्री बनने की तैयारी में हैं,
लेकिन इस बार उनके बगल में बैठने वाला डिप्टी CM कौन होगा—यह सवाल अब ज्यादा दिलचस्प हो गया है।
और सभी संकेत बताते हैं—
उस पद पर LJP(RV) का ही कोई चेहरा बैठेगा।
