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Apple ने भारत में लॉन्च किया नया AppleCare+ Theft & Loss प्लान, अब iPhone चोरी या गुम होने पर भी मिलेगी पूरी सुरक्षा
मासिक और वार्षिक प्लान के साथ iPhone यूज़र्स को मिली बड़ी राहत, AppleCare+ अब पहले से ज़्यादा किफायती और भरोसेमंद
भारत में iPhone यूज़र्स के लिए बुधवार की सुबह एक बड़ी खुशखबरी लेकर आई। टेक दिग्गज Apple ने भारतीय बाज़ार में पहली बार ऐसा प्रोटेक्शन प्लान लॉन्च किया है जिसमें iPhone चोरी या गुम होने पर भी कस्टमर को सुरक्षा मिलेगी। इसका नाम है AppleCare+ for Theft and Loss, जो अब AppleCare+ फैमिली का हिस्सा है।
अब तक भारत में AppleCare+ सिर्फ़ एक्सीडेंटल डैमेज, स्क्रीन रिपेयर और बैटरी सर्विस को कवर करता था, लेकिन लंबे समय से यूज़र्स Apple से “चोरी या गुम होने” की कवरेज के लिए इंतज़ार कर रहे थे। आखिरकार, Apple ने यह सुविधा भारत में भी लागू कर दी है—जो अमेरिका, यूरोप और अन्य चुनिंदा देशों में पहले से उपलब्ध थी।
क्यों है यह प्लान खास?
भारत में iPhone सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाले प्रीमियम स्मार्टफोन्स में से एक है। लेकिन चोरी और गुम होने के मामले भी तेजी से बढ़े हैं—चाहे वह मेट्रो शहर हों या टियर-2 शहर। ऐसे में Apple का यह कदम iPhone यूज़र्स के लिए बेहद राहत भरा माना जा रहा है।
नए AppleCare+ Theft and Loss प्लान में—
- iPhone चोरी हो जाए तो रिप्लेसमेंट
- iPhone कहीं गुम हो जाए तो रिप्लेसमेंट
- पहले की तरह एक्सीडेंटल डैमेज कवरेज
- स्क्रीन या बैक ग्लास टूटने पर कम चार्ज में रिपेयर
- बैटरी सर्विस
- Apple की Fast-track और Priority सपोर्ट सर्विस
सब शामिल हैं।
मासिक प्लान ने बढ़ाई लचीलापन
Apple ने इस प्रोग्राम के साथ दो और बड़े बदलाव किए हैं:

Monthly Subscription Option – अब एकमुश्त रकम भरने की ज़रूरत नहीं।- Annual Subscription – जो यूज़र मासिक प्लान नहीं चाहते।
इसका मतलब, अब कोई भी iPhone यूज़र अपने बजट के अनुसार AppleCare+ को आसानी से जारी रख सकता है।
भारत में क्यों ज़रूरी था Theft & Loss प्लान?
भारत में iPhone की कीमतें अक्सर 70,000 से 1,80,000 तक जाती हैं। ऐसे में चोरी या गुम होने की घटना यूज़र की जेब पर सीधा भारी पड़ती है। बहुत से यूज़र्स थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस पर निर्भर थे, जिनकी सर्विस को लेकर अक्सर शिकायतें मिलती रहती थीं।
Apple का आधिकारिक Theft and Loss प्लान—
- तेज़
- भरोसेमंद
- और पूरी तरह Apple द्वारा समर्थित है
इसका मतलब है कि क्लेम की प्रक्रिया भी Apple की क्वालिटी स्टैंडर्ड्स के साथ होगी।
कौन कर सकता है क्लेम?
Apple ने स्पष्ट किया है कि Theft या Loss क्लेम तभी माना जाएगा जब—
- यूज़र ने Find My iPhone फीचर एक्टिव रखा हो
- गुम होने की रिपोर्ट समय पर दर्ज की जाए
- Apple की गाइडलाइन्स का पालन किया जाए
Apple के मुताबिक, इससे यह सुनिश्चित होता है कि क्लेम का दुरुपयोग न हो।
क्या यह iPhone यूज़र्स का अनुभव बदलेगा?
तकनीकी विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्लान भारत में iPhone यूज़र्स की सुरक्षा और भरोसे को नया स्तर देगा।
अब iPhone खरीदने वाले यूज़र्स के लिए यह चिंता काफी हद तक कम हो जाएगी कि—
“अगर फ़ोन चोरी हो गया तो क्या होगा?”
“अगर गलती से कहीं गिर गया और गुम हो गया तो नुकसान कैसे संभल पाएगा?”
निश्चित रूप से यह प्लान Apple की भारत रणनीति में एक बड़ा मील का पत्थर माना जा रहा है।
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