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Upasana Konidela के ‘Egg Freezing’ बयान पर Zohoके Sridhar Vembu की तीखी प्रतिक्रिया “युवा उद्यमी 20s में शादी-बच्चे करें”
IIT हैदराबाद में उपासना के बयान ने छेड़ी बहस—वेम्बु बोले ‘समाज और पूर्वजों के प्रति जिम्मेदारी है’, इंटरनेट दो हिस्सों में बंटा
IIT हैदराबाद में हुए एक इंटरैक्शन से शुरू हुई चर्चा अब पूरे देश में बहस का विषय बन गई है।
उपासना कामिनेनी कोनिडेला, जो एक प्रमुख उद्यमी और तेलुगु स्टार राम चरण की पत्नी हैं, ने महिलाओं की फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस और एग-फ्रीजिंग को “स्त्रियों का सबसे बड़ा इंश्योरेंस” बताते हुए कहा था कि इससे महिलाएँ अपनी शर्तों पर शादी और मातृत्व तय कर सकती हैं।
उनके बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और इसी बीच Zoho कॉर्पोरेशन के संस्थापक और अरबपति उद्यमी श्रीधर वेम्बु ने बिल्कुल विपरीत राय रखकर एक नई बहस को जन्म दे दिया है।
उपासना का बयान—“सबसे बड़ा इंश्योरेंस है अपने एग्स को सेव करना”
उपासना ने IIT हैदराबाद में कहा—

“महिलाओं के लिए सबसे बड़ा इंश्योरेंस है अपने एग्स को सेव करना।
इससे वे तय कर सकती हैं कि शादी कब करनी है, बच्चे कब प्लान करने हैं—वह भी अपनी शर्तों पर।”
उन्होंने कहा कि उनकी फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस ने उन्हें जीवन में आत्मविश्वास से फैसले लेने में मदद की।
यह पहला मौका नहीं है जब उपासना ने अपने एग-फ्रीजिंग अनुभव के बारे में खुलकर बात की।
वह अपने दूसरे बच्चे की मां बनने वाली हैं और इस विषय पर वह बेझिझक जागरूकता बढ़ा रही हैं।
Sridhar Vembu ने दिया उलटा संदेश—“उद्यमियों को 20s में शादी-बच्चे करने चाहिए”
जहाँ उपासना महिलाओं को समय, मन और करियर के अनुसार मातृत्व प्लान करने की बात कर रही थीं, वहीं श्रीधर वेम्बु ने इस विचार को चुनौती दी।
वेम्बु ने वायरल वीडियो को रीपोस्ट करते हुए लिखा—
“मैं युवा उद्यमियों—महिला और पुरुष दोनों—को सलाह देता हूँ कि वे 20s में शादी कर लें और बच्चे पैदा करें।
यह समाज और पूर्वजों के प्रति उनकी जनसांख्यिकीय जिम्मेदारी है।”
उन्होंने यह भी कहा कि उनके विचार “पुराने-ख्यालों वाले” लग सकते हैं, पर उन्हें विश्वास है कि समय के साथ ये विचार फिर से प्रासंगिक होंगे।
उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तुरंत वायरल हो गया—कुछ लोग सहमत दिखे, तो कईयों ने कहा कि यह निजी स्वतंत्रता पर हस्तक्षेप जैसा है।
सपोर्ट बनाम आलोचना—इंटरनेट दो हिस्सों में बंट गया
उपासना के बयान पर जहाँ कई महिलाएँ और प्रोफेशनल्स ने सहमति जताई कि एग-फ्रीजिंग उन्हें करियर और परिवार के बीच संतुलन बनाने में मदद देता है, वहीं वेम्बु का कहना है कि “परिवार बसाना उम्र के साथ कठिन होता जाता है और समाज की संरचना भी इससे प्रभावित होती है।”
सोशल मीडिया पर बहस कुछ यूँ चली—
- सपोर्टर्स: “फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस + एग-फ्रीजिंग = महिलाओं की आज़ादी।”
- क्रिटिक्स: “यह व्यक्तिगत चुनाव का मामला है—कोई दबाव नहीं होना चाहिए।”
- वेम्बु के समर्थक: “25–30 की उम्र परिवार बसाने के लिए सबसे उचित होती है।”
- विरोधी: “आज की युवा पीढ़ी के सामने करियर और आर्थिक चुनौतियाँ पहले से ज्यादा हैं।”

उपासना–राम चरण का निजी जीवन
उपासना और राम चरण ने हाल ही में अपने दूसरे बच्चे की उम्मीद की घोषणा की।
उनकी बेटी क्लिन कारा का जन्म 2023 में हुआ था।
उनका बेबी शॉवर हाल ही में दिवाली के मौके पर हुआ, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ।
बहस जारी—क्या आधुनिक महिलाओं के लिए एग-फ्रीजिंग नई स्वतंत्रता का प्रतीक है?
उपासना और वेम्बु के बयान ने एक बड़ा सवाल उठा दिया है—
क्या मातृत्व का फैसला उम्र और समाज तय करेगा या महिलाएँ खुद?
उत्तर अभी समाज को तय करना है… लेकिन इतना तय है कि यह बहस लंबे समय तक खत्म नहीं होने वाली।
