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सीमा पार आतंक पर अब खामोशी नहीं चलेगी क्वाड बैठक से पहले बोले एस जयशंकर

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने वॉशिंगटन से दिया बड़ा संदेश — ऑपरेशन सिंदूर का ज़िक्र करते हुए कहा, भारत आतंकवादियों को अब बख्शने वाला नहीं, परमाणु धमकियों से डरने का दौर गया

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क्वाड बैठक से पहले वॉशिंगटन में विदेश मंत्री एस. जयशंकर — आतंकवाद और सुरक्षा पर कड़ा रुख, 'ऑपरेशन सिंदूर' का किया उल्लेख
क्वाड बैठक से पहले वॉशिंगटन में विदेश मंत्री एस. जयशंकर — आतंकवाद और सुरक्षा पर कड़ा रुख, 'ऑपरेशन सिंदूर' का किया उल्लेख

क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक से ठीक पहले भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने वॉशिंगटन से विश्व को स्पष्ट और दो टूक संदेश दिया — “आतंकवाद पर अब जीरो टॉलरेंस ही एकमात्र रास्ता है।” उन्होंने कहा कि भारत को अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए जो कुछ भी करना होगा, वह करेगा, चाहे वो सीमा पार हो या भीतर।

भारतीय कूटनीति के मुख्य रणनीतिकार ने न्यूज़वीक के CEO देव प्रगाड़ के साथ संवाद के दौरान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उदाहरण देते हुए यह स्पष्ट किया कि भारत अब न तो परमाणु धमकियों से डरता है और न ही आतंकियों को सीमा के पार होने के कारण छूट देता है। जयशंकर ने कहा, “जो हमारे यहां हमला करेगा, उसे हम भी वहीं जाकर जवाब देंगे।”

हिंद-प्रशांत को खुला और स्वतंत्र बनाए रखने की प्रतिबद्धता
क्वाड बैठक की भूमिका में, भारत के विदेश नीति प्रमुख ने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों को अपनी संप्रभुता और विकास के लिए स्वतंत्र विकल्प मिलना चाहिए। उन्होंने यह भी जोड़ा कि बीते महीनों में क्वाड ने कई अहम पहल में उल्लेखनीय प्रगति की है।

भारत-जापान संबंधों को दी नई दिशा
वॉशिंगटन में जापान के विदेश मंत्री ताकेशी इवाया के साथ बैठक में भी जयशंकर ने द्विपक्षीय सहयोग को मजबूती देने पर ज़ोर दिया। दोनों नेताओं ने यह माना कि मौजूदा वैश्विक परिदृश्य में भारत और जापान की साझेदारी और भी अहम हो गई है, विशेष रूप से ‘फ्री एंड ओपन इंडो-पैसिफिक’ विजन को साकार करने में।

ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि और पाकिस्तान को सख्त संदेश
विदेश मंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का ज़िक्र करते हुए बताया कि कैसे भारत ने आतंकवादी संगठनों जैसे जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के ढांचों पर सीधा प्रहार किया। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के जवाब में किया गया था जिसमें 26 लोग मारे गए थे। जवाबी कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान के रडार, एयर डिफेंस सिस्टम और कमांड सेंटर्स को निशाना बनाया।

जयशंकर का यह बयान ऐसे समय में आया है जब वैश्विक मंच पर भारत न केवल आर्थिक ताकत बनकर उभर रहा है, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ कड़े रुख के जरिए एक जिम्मेदार राष्ट्र की भूमिका भी निभा रहा है।

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