हर Notification एक Dopamine हिट देता है — एक Brain Chemical जो आपको बार-बार App खोलने पर मजबूर करता है।
लोग अपनी ज़िंदगी का सिर्फ 'हाइलाइट' दिखाते हैं, 'रियल लाइफ' नहीं। इससे दूसरों को लगने लगता है कि उनकी ज़िंदगी कमतर है।
जब आप फ्री में सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे होते हैं, तब प्रोडक्ट आप ही होते हैं। आपकी पसंद, लोकेशन, इमोशन्स — सब बेचे जाते हैं ऐड कंपनियों को।
लगातार Comparison, Validation की चाह और Trolls — सोशल मीडिया यूजर्स की Anxiety और Depression के पीछे एक बड़ा कारण बन चुका है।