कीटनाशकों के संपर्क से जुड़े छिपे खतरे – जानिए क्या है जरूरी सच

कीटनाशकों की तीव्र विषाक्तता

----------------------------------------

सिर्फ एक बार कीटनाशकों के संपर्क में आना — चाहे वह निगलने, साँस के ज़रिए या त्वचा के संपर्क से हो — गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

----------------------------------------

तुरंत दिखाई देने वाले लक्षण

----------------------------------------

कीटनाशकों के संपर्क में आने से सिरदर्द, दौरे पड़ना, खांसी, मतली, उल्टी, सांस लेने में तकलीफ, गले में खराश जैसे लक्षण हो सकते हैं। गंभीर मामलों में यह मृत्यु का कारण भी बन सकता है।

----------------------------------------

त्वचा और आंखों में जलन

----------------------------------------

यदि कीटनाशकों के सीधे संपर्क से त्वचा पर रैशेज़, लालिमा, जलन या आंखों में चुभन हो तो तुरंत मेडिकल सहायता लेना आवश्यक है।

----------------------------------------

एलर्जिक प्रतिक्रिया

----------------------------------------

संवेदनशील व्यक्तियों में कीटनाशक गंभीर एलर्जी, सांस लेने में तकलीफ या सूजन का कारण बन सकते हैं।

----------------------------------------

दीर्घकालिक विषाक्तता के खतरे

----------------------------------------

कीटनाशकों के लंबे समय तक संपर्क में रहने से—even यदि वह कम मात्रा में हो—कैंसर, सांस संबंधी रोग और न्यूरोलॉजिकल समस्याएं जैसे गंभीर रोग हो सकते हैं।

----------------------------------------

कीटनाशक और मस्तिष्क की सेहत

----------------------------------------

अनुसंधानों से पता चला है कि कीटनाशकों के लंबे समय तक संपर्क में रहना पार्किंसन रोग, ADHD, चिंता, डिप्रेशन और याददाश्त कमजोर होने जैसी समस्याओं से जुड़ा हो सकता है।

----------------------------------------

कैंसर का बढ़ता खतरा

----------------------------------------

रासायनिक तत्वों के जमा होने के कारण, लंबे समय तक कीटनाशकों के संपर्क में रहने से ल्यूकीमिया, नॉन-हॉजकिन लिम्फोमा और अन्य प्रकार के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।

----------------------------------------

श्वसन स्वास्थ्य पर प्रभाव

----------------------------------------

लंबे समय तक कीटनाशकों की सांस के ज़रिए ली गई मात्रा से श्वसन संक्रमण का खतरा बढ़ता है, अस्थमा की समस्या और ज़्यादा गंभीर हो सकती है, साथ ही फेफड़ों में सूजन भी हो सकती है।

----------------------------------------